परमेश्वर बुद्धि प्रदान करता है…

कहानी:परमेश्वर बुद्धि प्रदान करता है…
एक बार परमेश्वर ने इस्राएल के राजा सुलेमान को स्वप्न में दर्शन देकर कहा,
“मुझसे मांग जो कुछ तू चाहता है मैं तुझे दूंगा|”सुलेमान ने परमेश्वर का धन्यवाद करके कहा, प्रभु परमेश्वर मुझे आप बुद्धि और ज्ञान दीजिये ताकि आपकी प्रजा की ठीक ठीक अगुवाई कर सकूं.परमेश्वर उसके इस विनती से प्रसन्न हो उठे।और कहा, कि तू ने अपने लिए न तो धन दौलत और न ही शोहरत या प्रसिद्धि मांगी वरन अपने लिए नहीं मेरी प्रजा के लिए ही तूने अगुवाई करने हेतु बुद्धि मांगी है।
इसलिए मैं तुझे बुद्धि दूंगा और इतनी सम्पत्ति और धन दूंगा कि तुझसे पहले किसी के पास न थी।और न तेरे बाद किसी को मिलेगा।कुछ दिनों बाद राजा के राजमहल में दो स्त्रियाँ आई और कहने लगी राजा हमारे बीच न्याय करो।
सवाल बड़ी ही उलझन भरा था। दोनों एक बच्चे के पीछे झगड़ रही थी एक कह रही थी कि इसका बच्चा रात को मर गया और वह मेरे बच्चे को अपना बता रही है, दूसरी भी यही बात कह रही थी। महल के सभी लोग सोचने लगे इस कठिन पहेली का राजा कैसे समाधान करेगा।तभी राजा ने एक तलवार मंगवाया और कहा इस बालक के दो टुकड़े करवा दिया जाए और एक एक टुकड़ा दोनों को दे दिया जाए।
तभी एक मां चिल्ला उठी और रोते हुए बोली नहीं इसके टुकड़े नहीं करना यह इस औरत को ही दे दिया जाए। लेकिन दूसरी औरत के चेहरे में कोई शिकन नहीं थी।राजा ने अपना फैसला सुनाया और कहा यह पहली औरत ही बच्चे की असली मां है।जो अपने बच्चे को नुक्सान होते नहीं देख सकती।
राजा के इस बुद्धिमानी पूर्ण फैसले से सभी आश्चर्य चकित हो गए।(2 राजा सीख : परमेश्वर का भय मानना बुद्धि का आरंभ है।

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